16 अगस्त 1968 को जन्मे Arvind kejriwal ने जिस तरह राजनीती के बड़े बड़े दिग्गजों को हरा कर भारतीय राजनीती में अपनी जगह बनायीं वो बिना ग्रहो मजबूत सहयोग के इतनी आसान नहीं थी। Arvind Kejriwal का जन्म वृषभ (Taurus) लग्न में हुआ, लग्न (1st House) का स्वामी शुक्र (venus), बुध (mercury) , सूर्य (sun) और गुरु (jupiter) चतुर्थ भाव में है , शुक्र और बुध का चतुर्थ भाव में होना उन्हें दिग्बल (directional strength ) प्रदान करता है, जो उन्हें लोकप्रियता भी दिलाता है साथ ही संघर्ष में साथ देने वाले साथी भी प्रदान करता है , इसी योग की बदौलत वे हमेशा media में छाये रहते है।
शुक्र का 4th house में होना उस भाव को AL (अरुधा लग्न) बनाता है , AL अर्थात सामाजिक परिवेश में व्यक्ति की छवि ,उसमे सूर्य का स्वराशि में होना (sun in Leo ) उन्हें एक चतुर राजनीतिज्ञ की छवि प्रदान करता है , ये सूर्य नवमांश में उच्च का हो कर राजनीती में सफलता का योग निर्मित करता है।
इस भाव में एक साथ बहुत से योग निर्मित हो रहे है , जैसे सूर्य और बुध का बुधादित्य योग , बुध 5th House Lord है और सूर्य 4th house lord अतः इन दोनों के साथ आने से भी एक Rajyog निर्मित हो रहा है। शुक्र (venus) लग्न भाव का स्वामी है (1st House Lord) और बुध 5th House , ये भी अपने आप में महाराज योग का निर्माण कर रहा है , और ये सब AL में। शुक्र 6th Houe Lord (रोग , ऋण , शत्रु और Negativity ) है और इसका AL में होना छवि की दूषित करने का काम भी कर रहा है और भविष्य में बड़े Downfall का संकेत भी दे रहा है , वर्तमान में ये गुरु की दशा में चल रहे है, इसी गुरु की दशा में उन्होंने अपनी पहचान बनना शुरू की और वे आगे बढ़ते गए , पहली बार जब ये मुख्यमंत्री बने तब कुछ ही दिनों में इनकी सरकार धराशायी हो गयी कारन 6th House Lord शुक्र ही है, जो AL (अरुधा लग्न) में उपस्थित है और राजयोग को कमजोर कर रहा है , तब गुरु में शुक्र की अन्तर्दशा चल रही थी , परन्तु जैसे ही सूर्य (AL Lord in AL) की अन्तर्दशा में आये इन्होने बहुत जोरदार और जबरदस्त वापसी की।
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तृतीय भाव का स्वामि (3rd House Lord) चन्द्रमा उच्च की राशि में लग्न में है जिसने Arvind Kejriwal को आक्रामक बनाया और वे हमेशा से विरोधियो के लिए परेशानी का कारन रहे है , सत्ता के पहले भी उन्होंने अपने आंदोलनों और सत्ताधीशो पर आरोपों से ही विशिष्ट जगह बनायीं। 5th House में बैठे केतु ने कुटिल व चतुर बुद्धि दी , इस केतु का ही कमाल रहा की वे आंकड़ों के जादूगर बन विरोधियो की कमजोरियां ढूंढ पाए।
9th House और 10th house Lord शनि की अपने स्थान 9th (भाग्य) की दृष्टि ने भाग्य को सरल बनाया, परन्तु ये शनि 10th House Lord (कर्म क्षेत्र) भी है और इसका 12th में जाना राजभंग योग बनता है और इस मुख्यमंत्री काल के बाद वे शनि की दशा में होंगे , तब परिस्थितियां अवश्य ही इतनी अनुकूल नहीं होंगी।
5th House Lord (पंचमेश) बुध की सही स्थिति ने पढाई में आगे ले जा कर सूर्य के सहयोग से बड़ा (IT) अधिकारी बनाया , उसके बाद अपनी बुद्धि बल , कौशल और आक्रामक रवैये (3rd House Lord in strong Position in lagna) से आगे बढ़ते गए।
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राहु का 11th House में होना बहुत से सहयोगी दिलवाता है और साथ ही उनसे लाभ , इसमें कोई शक नहीं की Arvind Kejriwal को समय समय पर आगे बढ़ने के लिए सहयोगी मिलते गए और वे राजनीती की सीधी चढ़ते गए।
पंकज उपाध्याय
इंदौर
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इस भाव में एक साथ बहुत से योग निर्मित हो रहे है , जैसे सूर्य और बुध का बुधादित्य योग , बुध 5th House Lord है और सूर्य 4th house lord अतः इन दोनों के साथ आने से भी एक Rajyog निर्मित हो रहा है। शुक्र (venus) लग्न भाव का स्वामी है (1st House Lord) और बुध 5th House , ये भी अपने आप में महाराज योग का निर्माण कर रहा है , और ये सब AL में। शुक्र 6th Houe Lord (रोग , ऋण , शत्रु और Negativity ) है और इसका AL में होना छवि की दूषित करने का काम भी कर रहा है और भविष्य में बड़े Downfall का संकेत भी दे रहा है , वर्तमान में ये गुरु की दशा में चल रहे है, इसी गुरु की दशा में उन्होंने अपनी पहचान बनना शुरू की और वे आगे बढ़ते गए , पहली बार जब ये मुख्यमंत्री बने तब कुछ ही दिनों में इनकी सरकार धराशायी हो गयी कारन 6th House Lord शुक्र ही है, जो AL (अरुधा लग्न) में उपस्थित है और राजयोग को कमजोर कर रहा है , तब गुरु में शुक्र की अन्तर्दशा चल रही थी , परन्तु जैसे ही सूर्य (AL Lord in AL) की अन्तर्दशा में आये इन्होने बहुत जोरदार और जबरदस्त वापसी की।
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9th House और 10th house Lord शनि की अपने स्थान 9th (भाग्य) की दृष्टि ने भाग्य को सरल बनाया, परन्तु ये शनि 10th House Lord (कर्म क्षेत्र) भी है और इसका 12th में जाना राजभंग योग बनता है और इस मुख्यमंत्री काल के बाद वे शनि की दशा में होंगे , तब परिस्थितियां अवश्य ही इतनी अनुकूल नहीं होंगी।
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राहु का 11th House में होना बहुत से सहयोगी दिलवाता है और साथ ही उनसे लाभ , इसमें कोई शक नहीं की Arvind Kejriwal को समय समय पर आगे बढ़ने के लिए सहयोगी मिलते गए और वे राजनीती की सीधी चढ़ते गए।
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