Monday 9 May 2016

Astrological analysis on Amitabh Bachchan



अमिताभ बच्चन - Bollywood के शहंशाह 

अंक शास्त्र के दृष्टिकोण से October माह का अंक होता 1, जो की सूर्य (sun)  का अंक है।  सूर्य का स्थान नवग्रहों में सर्वोच्च होता है , सूर्य प्रसिद्धि दिलाने वाला ग्रह है और अगर सूर्य मजबूत हो और मित्र अंको का सही सहयोग मिले तो कार्य क्षेत्र में शिखर तक ले कर जाता है।    अमिताभ बच्चन bollywood  के शहंशाह जो न सिर्फ फ़िल्मी दुनिया के सरताज है बल्कि करोडो दिलो में भी राज करते है.  अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का जन्म है 11 Oct 1942  का, आपका जन्मांक है 2 और भाग्यांक 1, Amitabh Bachchan (1+4+1+4+ 1+2+5+2+1+3+5+3+5+1+5= 43= 7 ) का नामांक है 7 , कई बार मैंने विभिन्न लेखो में 2 नामांक के साथ 7 के महत्व का जिक्र किया है , अगर चन्द्रमा (moon ) के इस अंक 2 को कंही भी 7 का साथ मिल जाये तो ये जादू कर सकता है , वही जादू किया अमिताभ बच्चन ने।  हलाकि चन्द्र प्रधान होने की वजह से जीवन में काफी उतार  चढाव भी झेलने पड़े परन्तु फिर भी भाग्य स्थान में बैठे चन्द्रमा ने फिर से ऊंचाइयों पर पहुचाया।

वैसे चन्द्रमा  और  शुक्र का सम्बन्ध bollywood के लिए परफेक्ट combination है , सिर्फ अमिताभ ही नहीं , dilip kumar , jitendra , shahrukh khan के अलावा और भी कई सितारे है जिनका जन्मांक (psychic) 2 है ,  चन्द्र उनका जन्मांक है और साथ ही भाग्य स्थान में बैठ कर सहायता भी कर रहा है , शुक्र उनके भाग्य स्थान और उनकी जन्म राशि तुला का स्वामी।  वैसे उनकी कुंडली का सबसे प्रमुख ग्रह है शनि , जो लग्न भाव (1st house ) का lord है और साथ ही 4th house  में  विराजित हो कर उनके 1st house पर दृष्टि देकर मजबूत कर रहा है , जब तक लग्न भाव (1st house ) बहुत मजबूत स्थिति में नहीं होगा इतनी बड़ी सफलता और इतना बड़ा come back नहीं मिल सकता।   Click here to read other blogs




शुरुआती सफलता पूरी तरह से शनि की ही देन  थी जो 1970 से 1989  तक ऊंचाई देती रही और इसी दौरान कई मुश्किलो से सामना भी करवाया जैसे इंदिराजी (Indira Gandhi) के निधन के बाद 1984 में राजनीती में प्रवेश , इस राजनितिक जीवन ने उन्हें  फ़िल्मी दुनिया से दूर किया  परन्तु ये  मोहभंग ज्यादा दिन नहीं चल पाया, ये शनि में राहु (Politics) की अन्तर्दशा बुरा समय था , जिसने उन्हें Politics  से जोड़ा ।Click to visit my facebook page

एंग्री यंगमैन की छवि के साथ साथ अमिताभ जी ने रोमांटिक भूमिकाओं में भी जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की , ये 2 (moon ) जन्मांक और 9th house के  चन्द्रमा का का ही कमाल था. सिर्फ यही तक ही नहीं भाग्यांक 1 (sun)  ने उन्हें   heights दी.  , यंहा तक की छोटे परदे पर एक सफल एंकर के रूप में भी  स्थापित किया।  एंकर की भूमिका तक पहुचने का सफर भी बहुत संघर्ष भरा रहा , 1988 -92 का शनि की दशा का अंतिम और बुध  की दशा का प्रारंभिक दौर बहुत कठिन रहा।

कौन बनेगा करोड़पति (kbc) करने  के पहले वे अपनी स्वयं की कंपनी Amitabh Bachchan Corp Ltd को स्थापित करने के चक्कर में आर्थिक रूप  से पूरी तरह से कमजोर हो चुके थे , ये समय था 1996 -1999 के बीच का जब वे बुध (mercury ) की दशा में चन्द्र, सूर्य और मंगल की अन्तर्दशा से गुजर रहे थे , ये सभी ग्रह उनकी कुंडली (horoscope) में 8th house में विराजित है ,   उसके बाद आने वाली बुध-राहु की दशा के समय ने मोहबते फिल्म दिलाई और फिर वे come back  के साथ छोटे परदे पर भी  सफलता के झंडे गाड़ पाये।  इसके बाद आपकी अभिनय क्षमता और बुलंद आवाज काफी थी सारी समस्याओ से बाहर आने  के लिए, उसके बाद उन्होंने पीछे मूड कर नहीं देखा ,  बुध उनकी कुंडली में अमात्यकरक (सामाजिक छवि का कारक ग्रह) ग्रह है,  जिसने अपनी भूमिका पूरी तरह अदा की , बुध की दशा के  बाद आई लग्न लग्न में बैठे केतु की दशा (2006 से 2013 ) ने तो सफलता के सारे records ही तोड़ दिए।  Click to visit my facebook page
Numerology के अनुसार 8 और 4 के अंक 2 जन्मांक के लिए अधिकतर अशुभ रहते है ,  26 जुलाई 1982 का वो  काला दिन जब अमिताभ बच्चन अपने 40 वे वर्ष में चल रहे थे और coolie (26) फिल्म की शूटिंग की दौरान लगी चोट ने उन्हें मृत्यु के करीब  पंहुचा दिया , उस वक़्त वे शनि की महादशा और चन्द्रमा की अन्तर्दशा से गुजर रहे थे 12th , शनि lagna  Lord होने के साथ साथ 12th house (loss , expenditure , hospital , jail ) का lord भी है, चन्द्रमा का सम्बन्ध शनि से छठा है (षडाष्टक योग ), बहुत कोशिशो और लाखो प्रशंसकों की दुआओ ने उन्हें फिर से सबके बीच सकुशल ला खड़ा किया।

कुम्भ लग्न और तुला राशि में जन्मे अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की कुंडली ने उन्हें बहुत से उतार चढाव दिए, चार प्रमुख ग्रह अष्टम भाव में है जिसे रुकावटों और मृत्यु का भाव कहा जाता है , यही कारन रहा की वे स्वास्थ्य की परेशानिया  समय समय पर झेलते रहे। Click to visit my facebook page
6th house में विराजित उच्च के गुरु ने उन्हें बहुत संस्कारित और धार्मिक विचारो वाला बनाया , 6th House पिता के profession का भी  भाव होता है , गुरु का सम्बन्ध ज्ञान से और कर्क राशि का सम्बन्ध भावनाओ से  होता है ये पिता के profession को कवि के रूप में दर्शाता है , साथ ही 10th house (profession / career) और 2nd house (wealth /family /attraction ) पर शुभ दृष्टि प्रदान कर धन और करियर में अत्यन्त सफलता प्रदान करे , वंही कुम्भ लग्न में हुए जन्म ने उन्हें बहुत सुलझी हुई साथ ही गहरी सोच दी , 9th house में विराजित तुला राशि के चन्द्रमा ने उनकी लोकप्रियता को न सिर्फ चार चाँद लगाये बल्कि अत्यधिक भाग्यशाली बनाया।  ये चन्द्रमा, गुरु के साथ केंद्र में हो कर गज केशरी योग का निर्माण कर रहा है। Click here to read other blogs

2013 दिसम्बर से आपकी शुक्र की दशा शुरू हो चुकी है जो की आपके भाग्य स्थान (9th house lord ) का स्वामी है, अवश्य ही ये शुक्र भाग्य में कुछ परिवर्तन  लाएगा कुछ मीठे और कुछ खट्टे , क्योंकि ये शुक्र अपने भाव से बारहवे याने अष्टम भाव में बैठा है जो बुरा भाव माना जाता है , साथ ही  दुर्घटनाओं और अवरोधों का प्रतिनिधित्व करता है, क्योंकि जैसे जैसे शुक्र में सूर्य , चन्द्र और अन्य अंतर्दशाओं का दौर आएगा परिस्थितियां विपरीत होने का भय  भी बढ़ेगा , वैसे कुंडली में उपस्थित अन्य योग आने वाले दिनों में  इसी तरह ऊर्जावान बना कर परिस्थितियों से लड़ने की क्षमता और ऊर्जा प्रदान करते रखेंगे।   Click here to read other blogs

पंकज उपाध्याय
इंदौर
www.pankajupadhyay.com

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