Important
Criteria’s for Horoscope Matching ….
हिन्दू रीती रिवाज के अनुसार परिवार में संतान के विवाह योग्य होने के बाद उसके लिए उचित जीवन साथी चुनने के लिए पत्रिका (कुंडली) मिलान (Horoscope Matching) पहली प्राथमिकता होती है, इसके (Horoscope Matching) पीछे ज्योतिष के प्रति गहरा विश्वास छुपा होता है क्योंकि पुराने समय में बहुत ही कम उम्र में रिश्ते पक्के कर दिए जाते थे और उनके स्वभाव , स्वास्थ्य , रोजगार और अन्य क्षेत्रो के बारे में सिर्फ उसकी जन्म पत्रिका ही सटीक जानकारी दे सकती है । अतः एक सुखद भविष्य के लिए पत्रिका मिलान को बहुत पहले से ही पहली प्राथमिकता दी गयी है , क्योंकि पत्रिका (Horoscope) से जीवन के हर छोटे से छोटे विषय पर सही जानकारी मिल सकती है ।
जरुरत सिर्फ भविष्य को समझने की ही नहीं Horoscope से शारीरिक और मानसिक क्षमताओं और दक्षताओं के बारे में भी आसानी से समझ जा सकता है , यंहा तक की पुराने समय में एक ही व्यक्ति वैद्य और ज्योतिषी की भूमिका निभाता था और पत्रिका मिलान (Horoscope Matching) से लडके और लड़की दोनों की Physical Match Making के बारे में अपनी सलाह दिया करता था। जो किसी भी पक्ष से भविष्य में आनेवाली स्वास्थ्य समस्या से भी अवगत करा देता था।
विवाह सिर्फ दो लोगो के ही बीच नहीं होता अपितु ये दो परिवारों को भी जोडता है , विवाह में दोनों भावनात्मक और शारीरिक रूप से एक दूसरे को समर्पित करते है अतः दोनों के सुखद भविष्य के बारे में ये देखना बहुत आवश्यक है की दोनों का मानसिक स्तर एक है या नहीं , भविष्य में किसी को मानसिक , स्वास्थ्य सम्बन्धी , धन सम्बन्धी , संतान सम्बन्धी , क़ानूनी या व्यावसायिक बड़ी परेशानी तो नहीं जो दूसरे के जीवन में बड़ी परेशानी का कारण बने। इस प्रकार के सवालों के जवाब इस Horoscope Matching से ही प्राप्त हो सकता है।
पुराने समय में विवाह के पहले मिलने और एक दूसरे को देखने की कोई प्रथा नहीं होती थी अतः दोनों के परिवारों के लिए एक दूसरे को समझने का कोई और जरिया भी नहीं था , आज समय बहुत आगे है परन्तु फिर भी लडके की ही तरह लड़की का भी अपना जीवन और व्यवसायिक प्राथमिकताएँ है अतः आवश्यकता और अधिक समझ की होती है।
हमारी संस्कृति में आज भी विवाह का पहला उद्देश्य सन्तानोत्पत्ति है , अतः इस बिंदु से दोनों Horoscopes के बीच की अनुकूलता देखना आवश्यक है , शारीरिक क्षमता , भावनात्मक जुड़ाव और स्वस्थ शरीर। जीवन पर्यन्त दोनों के बीच अच्छे मैत्री सम्बन्ध रहे इस लिए आवश्यक है ईमानदारी , भविष्यं में भी दोनों एक दूसरे के प्रति ईमानदार रहे और रिश्तों में मिठास रहे ये सिर्फ Horoscope Matching से ही पता चल सकता है।
सुखद वैवाहिक जीवन के लिए आवश्यक है की दोनों ही किसी भी प्रकार की दुर्घटना या बड़े आघात से बचे रहे , दोनों ही Horoscopes में ये देखना की कंही कोई बड़ा दुर्योग तो नहीं जो जीवन को दुखद बन दे। साथ ही ये भी की विवाह की आयु पूर्ण हो , कंही कोई ऐसा दोष नहीं हो जो विवाह विच्छेद का कारन बने।
सुखद जीवन के लिए सर्वाधिक आवश्यक है , समृद्धि , ये भी देखना आवश्यक है की दोनों ही पत्रिकाओं में किसी प्रकार का बड़ा आर्थिक संकट न हो , साथ ही जीवन निर्वहन के लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था बनी रहे , आज के समय में कन्याओ का भी अपना आर्थिक पक्ष रहता है , उनकी भी अपनी स्वतंत्र पहचान होती है अतः एक से दूसरे को कोई बड़ी आर्थिक परेशानी न झेलनी पड़े जो सुखी जीवन को दुखी कर दे।
इस प्रकार से ऐसे और भी बहुत से छोटे छोटे बिंदु है जिनको समझना आवश्यक है , मंगल दोष और नाड़ी दोष जिन्हे सही तरह से समझे बिना हम या तो कोई गलत रिश्ता जोड़ सकते है या अच्छा रिश्ता छोड़ सकते है , बहुत से लोग कंप्यूटर पर ही भरोसा कर के रिश्तों का फैसला कर लेते है , जो पूर्णतः गलत है , समारोह में भोजन , साज सज्जा से लेकर और अन्य कई व्यवस्थाओं पर बहुत गम्भीर रहने वाले ज्योतिषियों से सलाह लिए बिना महत्वपूर्ण निर्णय ले लेते है।
बहतु से लोग सिर्फ गुन मिलान को महत्व देते है और किसी अनहोनी पर दोष ज्योतिष या पत्रिका मिलान (Horoscope Matching ) पर निकलते है , मिलान के आधुनिक तरीके को अपनाया जाना चाहिए। Horoscope Matching विवाह व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इसको पूर्ण महत्व दिया जाना चाहिए।
पंकज उपाध्याय
इंदौर